हर किसी के पास दिन में २४ घंटे ही होते है. पर इस में कुछ लोग बहुत कुछ कर पाते है और कुछ बस कहते है की , “क्या करें टाइम ही नहीं मिलता”?
क्या आप भी अपना टाइम ठीक से मैनेज ( how to manage time ) नहीं कर पाती? और इस वजह से आप के बहुत से काम अधूरे रहते है या कल की डेट में जाते है? तो देखे इन तरीकों को, जो समय के पूर्ण इस्तेमाल के लिए है. ताकि आप बिना थके अपने सारे काम टाइम से और ढंग से पुरे कर सके.
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कैसे करे अपने टाइम का पूर्ण इस्तेमाल?(Time Management Tips)
दिन की करे पूरी प्लानिंग (Plan your day)
रात को सोने से पहले आने वाले दिन की पूरी प्लानिंग करे. आप चाहे तो लिस्ट बनाके डायरी में लिख सकती है. ताकि टोटल कितने काम है, किस काम में कितना समय लगेगा इसका अंदाजा आप को आ सके. साथ ही जो मेन काम है वो कैसे करने है यह भी आप सोच सकते है जैसे खाना बनाना, घर की सफाई इस की थोड़ी तयारी पहले की जा सकती है.
यदि कल के खाने की थोड़ी तैयारी आज रात कर सके तो कल का थोड़ा समय बच सकता है. इस में आप सब्जी काट कर रख सकते है, या छोले/ चने जैसी चीजों को उबालकर रख सकते है. इस से सुबह का काफी समय बच जाता है. डायरी में हर काम लिखा होने से, कोई काम अगर छूट रहा है तो पता चल जाता है. और वो काम हम पूरा कर सकते है ताकि वो अगले दिन के लिए पेंडिंग न रहे.
थोड़ा ना कहना भी सीखे (Learn to say No Gracefully)
कई बार हम दिन का ज्यादतर समय दूसरों के काम पुरे करने में गवा देते है. और इस की एक ही वजह होती है की हम उनको ” ना ” नहीं कह पाते. बोहोत बार ये हमारे घरवाले ही हो सकते है जैसे हज़बन्ड, हमारे बच्चे या और कोई रिश्तेदार पर हमें अपने काम को भी प्रार्थमिकता देनी चाहिए, पहले वो काम निपटाने चाहिए जो हमारे लिए भी जरुरी हो. और साथ ही घरवालो को अपने थोड़े काम खुद से करने की आदत डाल लेनी चाहिए.
जैसे रोज बच्चों को आदत लगाए की वो कल स्कूल जाने का सामान खुद निकाल के रखे, अपनी किताबे और टॉइज खुद समेटे, husband से कह सकते है की ऑफिस की तैयारी जैसे नहाने के कपडे निकलना, रुमाल वॉलेट ये सब वो खुद से ले और ऑफिस से आने के बाद वापस जगह पर रखे. इस से घर को एक अच्छी आदत भी लगेगी और आपका काम थोड़ा आसान होगा.
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अपना एक ध्येय निश्चित करे (Set your Goal)
जब आप अपना ध्येय या लक्ष्य निर्धारित करते है, तो उस अनुसार आप अपने विचारों को मोड़ सकते है. जरुरी नहीं की ये ध्येय कुछ बड़ा ही हो, आप का रोज अपनी हॉबी को आधा घंटा देना भी एक ध्येय हो सकता है. उस से आप को ख़ुशी भी मिलेगी और आप को सकारात्मक नजरिया भी मिलेगा. ध्येय निश्चित कर अपने बाकि कामों को पूरा करने के लिए एक टाइमलाइन सेट करे. ताकि आप एक ही काम में ज्यादा उलझी न रहे.
“मुझे सब मेरे ही हाथों से किया तो ही पसंद आता है” ऐसा कहना आप के खुद के लिए ठीक नहीं. इस से आप बस कामों में उलझी रहेंगी और खुद के लिए अच्छा समय नहीं दे पाएगी. इसलिए कभी कभी काम डिवाइड कर, घर के अन्य सदस्यों की मदद लेकर भी करने चाहिए.
कभी कभी मल्टीटास्किंग होगा अच्छा (Sometimes Multitasking can be done)
मल्टीटास्किंग मतलब जहा हम दो या ज्यादा काम एक साथ कर सके, जैसे हम आमतौर पर किचन में करते ही है. यहाँ सब्जी काटते है, वहा चाय चढ़ाते है, दिमाग में बच्चो की पढाई के बारे में सोचते है, मुँह से गाना गुनगुनाते है. तो ऐसी मल्टीटास्किंग (multitasking) कभी कभी हमारे लिए फायदेमंद भी रहती है. इस से हम हमारे काम दुगनी तेजी से ख़त्म कर सकते है.
पर मल्टीटास्किंग की आदत न डालें, इस से दिमाग पर तनाव बढ़ सकता है और साथ ही कामों की क्वालिटी भी कम हो सकती है.
आशा करते है यह टिप्स आप को अपने दिन का पूरा इस्तेमाल करने में मदद करेंगे. अगर आप को ये जानकारी पसंद आयी हो तो अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ भी शेयर करे.