भारत विभिन्न संस्कृतियों और त्योहारों का देश है. भक्ति भाव से पूर्ण ऐसा ही एक त्यौहार है नवरात्रि जिसे शारदीय नवरात्रि ( Shardiya Navratri ) भी कहा जाता है. नवरात्रि के इस पर्व का हिंदू धर्म में अलग ही महत्व है. देवी माँ की भक्ति को समर्पित ये पर्व पुरे भारत देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है.
शारदीय नवरात्रि के १५ दिन पहले पितृ पक्ष का प्रारंभ होता है. हालांकि इस साल 2021 मे पितृपक्ष १५ की बजाय १६ दिनों का है. पितृपक्ष ०६ अक्टूबर आश्विन अमावस्या के दिन समाप्त होगा. और इस के ठीक अगले दिन से शारदीय नवरात्रि का आरंभ होगा. यानी पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्रि 2021 में 07 अक्टूबर 2021 से आरंभ होगा.
2021 में नवरात्रि आरंभ ( Navratri )
नवरात्रि का पर्व कलश स्थापना से आरंभ होता है. तो 07 अक्टूबर के दिन कलश स्थापना यानी घटस्थापना की जाएगी. इस का हिंदू धर्म में विशेष महत्व माना गया है.
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नवरात्रि का पर्व कब तक है? ( Shardiya Navratri Calendar )
शरद नवरात्रि का ये ९ दिनों का पर्व 2021 में 07 अक्टूबर 2021 से प्रारंभ होकर 15 अक्टूबर 2021 तक रहेगा. 15 अक्टूबर 2021 को विजयादशमी के मुहूर्त पर शारदीय नवरात्रि का समापन होगा.
नवरात्रि की विशेषताएं क्या है?
नवरात्रि भारत में मनाये जाने वाला एक ऐसा त्यौहार है, जो न सिर्फ भक्ति रस से परिपूर्ण है , बल्कि इस में नारी शक्ति का सन्मान करते हुवे, देवी दुर्गा माँ के 9 रूपों की पूजा की जाती है. बोहोत घरो में भाविक घटस्थापना के साथ माँ के नाम की अखंड ज्योत भी जलाते है.
नवरात्रि में पूजे जाने वाले देवी माँ के 9 रूप कौनसे है?
नवरात्रि के समय ऐसा माना जाता है,की देवी दुर्गा माँ पृथ्वी पे आती है और भक्तों की भक्ति का इच्छित फल देती है. देवी माँ की आराधना नवरात्रि के 9 दिनों पूर्ण भक्ति भाव से की जाती है. और देवी माँ के 9 अलग अलग रूपों की पूजा इन 9 दिनों में की जाती है. आइये, जाने ये 9 रूप कौनसे है?
१) माँ शैलपुत्री
२) माँ ब्रह्मचारिणी
३) माँ चंद्रघंटा और माँ कुष्मांडा
४) माँ स्कंदमाता
५) माँ कात्यायनी
६) माँ कालरात्रि
७) माँ महागौरी
८) माँ सिद्धिदात्री
९) दशमी की तिथि १५ अक्टूबर को , नवरात्रि व्रत का पारायण किया जाता है और साथ ही दशहरा पर्व भी मनाया जायेगा. कई जगह इस दिन भंडारे का आयोजन भी किया जाता है.
इस साल देवी माँ हम सब पर कृपा दृष्टि रखे, और पिछले दो सालो में covid और नैसर्गिक आपदाओं की वजह से जो खो गया है, उस जीवन में फिर से उम्मीद भरने की शक्ति दे. इसी उल्हास के साथ नवरात्रि 2021 पुरे भारत वर्ष में मनाया जायेगा.
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