क्यों जरूरी है सेल्फ केयर? ( Why Self Care is important )
आप कहेंगे की खुद की केयर तो हम लेते ही है, जैसे अच्छा खाना खाना, पार्लर जाना. पर इतना काफी नहीं होता. सेल्फ केयर मतलब कोई ब्यूटी ट्रीटमेंट, फेशियल , वैक्सिंग नहीं. सेल्फ केयर मतलब हमारी शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की अच्छी से केयर.
अक्सर हम जिंदगी की भागदौड़ मे दूसरों को, परिवार को खुद से पहले रखते है. उनकी जरूरतों के बारे में पहले सोचते है. इस मे कुछ बुराई नहीं. पर इस के साथ ही अपने बारे में न सोच के हम अपने साथ थोड़ा अन्याय करते है. इसलिए खुद की जरूरतों का ध्यान रखना भी जरूरी है. हमें एनरजेटिक और स्वस्थ रखने के लिए यह जरूरी है. लेकिन इसे किया कैसे जाये?
आईये जाने सेल्फ केयर / खुद का ख्याल रखने की ४ अमेज़िंग टिप्स ( Self Care Tips )
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ना कहना सीखे
अक्सर ऐसा होता है की, हम अपने से ज्यादा ‘लोग क्या कहेंगे’ इसका ज्यादा विचार करते है. और यही सोच हमें हर चीज पर हाँ कहने पर मजबूर करती है चाहे आप कितनी बिजी हो, या तबियत ख़राब हो, ऐसे में अगर कोई और आप से कुछ काम बोले तो बोहोत कम लोग होंगे जो “ना” कह पातें होंगे.
कहा जाता है ” You can not keep everybody happy all the time”. मतलब आप हर किसी को हर वक़्त खुश नहीं रख पाएंगे. हर कोई आप से जो चाहता है वो वैसे का वैसे पूरा नहीं हो पायेगा. इसलिए आप को किसी को तो ना कहना होगा. बस यह इंकार ऐसे हो की किसी को बुरा न लगे और हमारा काम भी हो जाये.
दिन में कुछ मिनिट खुद के लिए जरूर निकाले
आज कल जिंदगी की रफ़्तार इतनी तेज हो गयी है की, दिन कब शुरू होता है और कब ख़त्म यह पता ही नहीं चलता. पर ऐसे व्यस्त दिन में भी अपने आप के लिए कुछ समय जरूर निकाले. आप चाहे तो यह समय सुबह सब उठने से पहले का हो सकता है या फिर रात को सब सोने के बाद का.
यह समय बस खुद के लिए रखे फिर वो चाहे 10 मिनिट हो या एक घंटा. इस टाइम में आप को जो पसंद है वो चीज करे, जैसे कोई किताब पढ़ना, म्यूजिक सुनना या बस लेटे हुवे खुद के बारे में अच्छा सोचना. शुरुआत में बस 15 दिन यह कर के देखिये, इस के आश्चर्यकारक परिणाम आप खुद ही देखेंगी.
अपने पेट का ख्याल रखे
आप सोच रही होंगी, की इस में पेट का क्या काम? आप को बता दे की पेट की हालत जब अच्छी नहीं होती तो इस का परिणाम हमारे मानसिक स्वास्थ्य और आत्मविश्वास पर भी होता है. इसलिए पेट का ध्यान रखना भी उतना ही जरूरी है. इस लिए अपने खाने में ऐसी चीजें रखे जिनसे आप को तकलीफ न हो बल्कि फायदा हो.
बाहर का चाट पकौड़ी खाना कभी कभी ठीक होता है पर यदि इस की आदत लग गयी तो यह आदत न सिर्फ हमारे पेट पर असर करती है, बल्कि हमें सुस्त बनाती है, उत्साह और सकारात्मक सोच कम करती है. इसलिए घर का खाना ज्यादा से ज्यादा प्रेफर करे. यदि संभव नहीं तो बाहर ऐसे ऑप्शंस देखे, जो आप के लिए नुकसानदायक न हो.
एक समय एक ही काम करे
शायद ये उतना आसान न लगे क्यू की हमें मल्टीटास्किंग की मानो लत सी लग जाती है. दिन के 24 घंटे में हमें पचासों काम करने होते है. और बहुत बार वो हम एक साथ ही करते है. किचन में काम करना इस का बेहतरीन उदाहरण हो सकता है.
पर क्या आप जानते है, ऐसा करने से कई बार हमारी काम करने की क्षमता अच्छी नहीं होती. यह हमारे प्रोडक्टिविटी पर नेगेटिव असर कर सकता है. साथ ही एक साथ बहुत सारे काम करने की आदत हमें मानसिक रूप से थका भी देती है. जिसका पता हम शायद उस वक़्त न चले,पर धीरे धीरे जब चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है, या गुस्सा आने लगता है, छोटी बातों पर रोना आने लगता है, तब इस के परिणाम दिखाई देते है. इस लिए हमें महत्वपूर्ण काम एक समय पर एक ही करना चाहिए.
यदि आप वर्किंग वीमेन है तो शायद यह मुश्किल लगे, पर आप ऑफिस के काम में इस को try कर सकते है, ताकि आप की प्रोडक्टिविटी वहा बढे और ऑफिस का टेंशन कम होने से आप घर पे थोड़ी रिलैक्स रह सके.
इस बारे में अगर आप के कुछ सवाल है तो कमेंट बॉक्स में हमसे पूछे. हमें आप को जानकारी देने में ख़ुशी होगी. अगर आप को यह जानकारी अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ जरूर शेयर करे.
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